अतीत की झलकियां
आईआईएम लखनऊ ने 30 और 31 मई 2021 को बहुत ही प्रासंगिक विषय "डेवलपिंग रेजिलेंएंट ऑर्गनाइज़ेशन्स" पर पहली डॉक्टरेट कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया । हमें भारत और विदेशों में शैक्षणिक समुदाय से कई सुझाव प्राप्त हुए। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण मशहूर मुख्य वक्ता और प्रस्तुतियों पर व्यापक सुझाव देने के लिए समीक्षकों की एक समर्पित समिति थी।

आईआईएम लखनऊ ने तीन डॉक्टरेट उम्मीदवारों को उनके शोध विचारों और योगदान के लिए नकद पुरस्कार से सम्मानित किया। इस आयोजन को एमराल्ड पब्लिशिंग और एसबीआई द्वारा प्रायोजित किया गया था।
श्री जय कमल
शैक्षिक परिणामों पर बिजली की पहुंच के प्रभाव
(सर्वश्रेष्ठ शोध विचार)
सुश्री नीना फुरेदार
कोविद -19 संकट में हेल्थकेयर संगठनों का लचीलापन: पूरे यूरोप में एक बहु-आयामी अध्ययन
(सर्वश्रेष्ठ मूल योगदानकर्ता)
श्री वरुण शर्मा और श्री विवेक मिश्रा
नैतिक पापी: नैतिक पहचान और अनैतिक समर्थक संगठनात्मक व्यवहार के बीच वक्रीय संबंध
(प्रबंधकीय निहितार्थ के लिए सर्वश्रेष्ठ पेपर)
