यह कार्यक्रम भविष्य के व्यवसायों को प्रबंधित करने के लिए आवश्यक मजबूत धारणा आधारित नींव तथा कौशल के साथ पेशेवर प्रबंधकों को विकसित करने के लिए तैयार किया गया है। इसके साथ ही कार्यक्रम के अंतर्गत, भविष्य के व्यवसाय जगत के निर्धारण हेतु भावी प्रबंधकों की अंतर्दृष्टि को विकसित किया जाता है।
एक अनूठा कार्यक्रम जिसका उद्देश्य संभावित उद्यमियों को सफलतापूर्वक अपना उद्यम शुरू करने और संचालित करने के लिए कौशल, ज्ञान और उद्योग का अनुभव प्रदान करना है ...
कृषि व्यवसाय प्रबंधन में दो वर्षीय स्नातकोत्तर कार्यक्रम एक पूर्णकालिक आवासीय पाठ्यक्रम है जिसे कृषि व्यवसाय नेताओं, उद्यमियों और इंट्राप्रेन्योर्स को बढ़ावा देने के लिए दृष्टि, क्षमता और उचित दृष्टिकोण के साथ विकसित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
सतत प्रबंधन में स्नातकोत्तर कार्यक्रम (पीजीपीएसएम) दो साल का पूर्णकालिक, आवासीय कार्यक्रम है जो आईआईएम लखनऊ द्वारा अपने नोएडा परिसर में संचालित किया जा रहा है। कार्यक्रम छात्रों को पर्यावरण के प्रति एक लोकाचार विकसित करने में मदद करता है।
आईआईएम लखनऊ अपने नोएडा परिसर में कार्यरत कार्यपालक अधिकारियों के लिए दो वर्षीय प्रबंधन में स्नातकोत्तर कार्यक्रम (पीजीपीडब्ल्यूई) उपलब्ध कराता है। पहले इसे कार्यरत प्रबंधक कार्यक्रम (डब्ल्यूएमपी) नाम से जाना जाता था। पीजीपीडब्ल्यूई ऐसे कार्यरत अधिकारियों, उद्यमियों और पेशेवर कर्मियों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया कार्यक्रम है जिनमें अपने कौशल को बढ़ाने की ललक है।...
आईपीएमएक्स, ग्यारहवां बैच, पूर्णकालिक, एक वर्षीय आवासीय प्रबंधन कार्यक्रम अप्रैल 2018 में भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ परिसर में शुरू किया गया है। कार्यकारी अधिकारियों के लिए प्रबंधन में अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम मध्य/वरिष्ठ स्तर के लिए डिज़ाइन किया गया है...
प्रबंधन में फेलो कार्यक्रम (डीपीएम) भारतीय प्रबंधन संस्थान, लखनऊ द्वारा 2000-01 में शुरू किया गया डॉक्टरेट स्तर का एक कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम उन लोगों के लिए एक अनूठा अवसर प्रदान करता है जो अपनी शोध और शिक्षण प्रतिभा को निखारना चाहते हैं।
व्यावसायिक जगत में बढ़ती हुई प्रतिस्पर्धा मध्यम और वरिष्ठ स्तर के प्रबंधकर्ताओं को ऐसे विकल्पों की तलाश करने के लिए मजबूर कर रही है जो उन्हें महत्वपूर्ण बढ़त प्रदान कर सके। डॉक्टरेट कार्यक्रम या पीएचडी इसका संभावित समाधान है। लेकिन आज के समय में यह सवाल बहुत प्रासंगिक है कि "कोई व्यक्ति पूर्णकालिक व्यावसायिक नौकरी के साथ इस योग्यता को कैसे हासिल कर सकता है"।
शिक्षक की भूमिका केवल ज्ञान प्रदान करने के अलावा छात्रों को अतिरिक्त सीखने में सहयोग देने से भी संबंधित है। आईआईएम लखनऊ के संकाय सदस्यों का समूह जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित एवं अनुभवी प्रोफेसरों से मिलकर बना है। संकाय सदस्यों का लक्ष्य अपने छात्रों की प्रतिभा को पोषित करना तथा उन्हें यथार्थ ज्ञान के पथ पर मार्गदर्शित करना है।
संस्थान के संकाय सदस्य, केवल पर्याप्त होने की स्थिति से उत्कृष्टता को विभाजित करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने के लिए तत्पर रहते है।
वैश्विक उपस्थिति के साथ, आईआईएम लखनऊ के संपूर्ण रूप से एकीकृत संस्थान बनने की राह में कार्यकारी अधिकारी शिक्षा (ईई) एक उपलब्धि है।